सोमवार, 27 जुलाई 2009

ज़िन्दगी एक कविता.......... ! ! ! ! !


ज़िन्दगी एक कविता की तरह है,

कुछ उम्मीदों की

और

कुछ चाहतों की,

ग़म जिसका शीर्षक है,

और

भावनाएं जिसका घर,

पल-पल का फेर

ख्वाहिशों का मेला,

हवा के साथ जो बोले,

तूफ़ान का साथ देकर

खुशबू के साथ जो फैले,

दिलों में जो जगह बना ले,

बस........ कुछ खुशी देकर,

यही है ज़िन्दगी.................

जो कि

एक कविता कि तरह है!!!!!!!!!!!!




महफूज़ अली

6 टिप्पणियाँ:

Maansi ने कहा…

very nice.

डिम्पल मल्होत्रा ने कहा…

kash! zindgee sach me kavita hoti!achhi kavita.ya kahiye dil ko bahlane ko khayal achha hai...

Udan Tashtari ने कहा…

यही है ज़िन्दगी.................


जो कि


एक कविता कि तरह है!!!!!!!!!!!!


-बिल्कुल सही!! बहुत बढ़िया.

M VERMA ने कहा…

yes jindagee ek kavita hai.
bahut achchha

दिगम्बर नासवा ने कहा…

ज़िन्दगी सच में एक कविता ही तो है............. लाजवाब लिखा है......

संजय भास्‍कर ने कहा…

एक कविता कि तरह है!!!!!!!!!!!!


-बिल्कुल सही!! बहुत बढ़िया.

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