मंगलवार, 22 सितंबर 2009

अमर उजाला में प्रकाशन,प्रसारण, जग में नाम, माँ का आशीर्वाद.. और आप लोगों का प्यार.. .




मैं हिंदी दैनिक "अमर उजाला" का फिर से आभारी हूं कि उन्होंने मेरे लेख "आईये जानें टाटा (TATA) का सच:-- एक ऐसा सच जो सोचने को मजबूर कर दे... ब्लॉग जगत में एक बहुत बड़े रहस्य से पर्दा उठा. " 
 को दिनांक २१/०९/२००९ को अपने सम्पादकीय पन्ने पे प्रमुखता से प्रकाशित किया.  मैं हिंदी दैनिक अमर उजाला का शुक्रगुज़ार हूँ. 
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मैं दूरदर्शन के हिंदी राष्ट्रीय चैनल LOKSABHA TV का भी शुक्रगुज़ार हूँ कि मेरे ब्लॉग "मेरी रचनाएँ" में लिखे गए अति चर्चित लेखों और कविताओं को अपने कार्य क्रम "साहित्य मँच" में शामिल किया तथा मेरे राष्ट्रवादी विचारों को आम लोगों तक पहुंचाया...  
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मेरी एक सफलता मैं और आप लोगों से बांटना चाहूँगा ..... मेरी एक ENGLISH Poem "FIRE IS STILL ALIVE" का प्रकाशन UNIVERSITY OF WISCONSIN- MADISON United States (US) ke EMERITUS PROFESSOR Mr. Nancy L John Diekelmann के द्वारा किया जा रहा है..... जिनसे मेरी फोन पे भी बात हुयी .....जिसको वे वहां T-Shirts पे publish करेंगे ...... और वो T-Shirt पूरे US में बेचीं जाएँगी.....  जिनका एक्सपोर्ट भारत में भी होगा..... मेरी वो कविता एक सामाजिक सन्देश देती है... जो कि US में बहुत लोकप्रिय हुई है..... T-Shirts का उत्पादन अगले साल के जून - जुलाई तक होगा....... इस सिलसिले में मैं नवम्बर में US  जा रहा हूँ.... 







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मेरी इस सफलता का श्रेय (CREDIT) सर्वप्रथम मैं अपनी आदरणीय मम्मी रश्मि प्रभाजी को देता हूँ. जिनके दुआओं और मार्गदर्शन से यह सफलता हासिल हुई. 


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मैं श्री. समीर लाल जी (उड़न तश्तरी) जी का बहुत ही आभारी हूँ, उन्होंने मुझे हमेशा अच्छा लिखने कि प्रेरणा दी. मैं जब ब्लॉग पे नया नया था आया था.... तो सबसे पहले श्री. समीर लाल जी ने ही मेरा मनोबल बढाया... और उनके इसी SUPPORT  से मैं आज उनको नमन करता हूँ. 
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मैं श्री. ॐ आर्य जी का भी बहुत शुक्रगुज़ार हूँ.... एक सच्चे दोस्त के रूप में ....इन्होने मेरा हमेशा साथ दिया.
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  • मैं श्री. M.L. वर्मा जी का बहुत ही शुक्रगुजार हूँ, इनका आर्शीवाद इस छोटे भाई पे शुरू से रहा है.
  • मैं श्री.डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक का बहुत ही आभारी हूँ, आपका आर्शीवाद हमेशा साथ रहा है. 
  • श्री. शरद कोकस जी.. इनके बारे में जितना कहूँ कम है... आज जो मैं अच्छी हिंदी लिख रहा हूँ... वो आपकी ही बदौलत... लिख पा रहा हूँ.....  अब चूंकि मैं CONVENT BACKGROUND से हूँ.... तो कहते हुए शर्म आ रही है कि ...मेरा हाथ हिंदी में तंग था... जब भी कहीं हिंदी में अटकता हूँ ... तो सीधा इनको याद करता हूँ..... शरद भैया इसका मतलब बता दीजिये....  इस फलां शब्द कि हिंदी बता दीजिये...  और यह भी रात बेरात मेरे लिए हमेशा तैयार रहते हैं.... हर वक़्त मेरे साथ खड़े रहते हैं......
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मैं "अदाजी " (स्वप्ना मञ्जूषा जी)  का भी बहुत ही शुक्रगुज़ार हूँ ... इनके कमेंट्स हमेशा मेरा हौसला बढाते हैं.
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मैं :--------
आप सब का मैं बहुत ही आभारी हूँ..... कि आप सबने मेरे लेख को सराहा और इतना प्यार दिया... जो इज्ज़त आप लोगों ने मुझे दी है ...उसका मैं शुक्रगुज़ार हूँ. 
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मैं अपने छोटे भाइयों  :
का  भी बहुत ही शुक्र गुज़ार हूँ...... मेरे इन छोटे भाइयों ने मुझे हर कदम पे सराहा और support किया ...जिसका मैं अपने छोटे भाइयों का अभिनन्दन करता हूँ.


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I am also very much thankful to :
  • Respected Sangeeta puri Aunty
  • Respected Nirmala kapila Aunty
  • Raj ji
  • Shobhna Chaudhry
  • Vani di
  • Babli ji
  • Uttama ji
  • Dipti ji
  • Mehek ji
  • Razia ji
  • Shikha Varshney ji
  • Sadhna Gupta ji
  • Shefaali ji
  • Seema Gupta ji
  • Alpana Vermaji
  • Ranjana ji
  • Pallavi Trivedi ji
  • Archna ji
  • Vandana Dubey ji
  • Asha Joglekar Aunty
  • Sreena ji
  • Richaji 
  • Rukhsar ji
  • Sada ji
  • Shamaji
  • Kshamaji
  • Sareetha ji
  • and Maansi ji 
for support all they have provided............... Once again ThanX and regards to all of them......
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हौसला अफज़ाई और इतना प्यार देने के लिए  आप सब लोगों को धन्यवाद ................











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