मंगलवार, 8 सितंबर 2009

हम भी हमेशा के लिए सो जायेंगे! ! ! ! ! ! !



ख़्वाबों की दुनिया में जीना कितना अच्छा लगता है,


होता है वहाँ बिल्कुल वैसा जैसा कि


हम सोचते हैं।


मेरे ख्वाबों में वो आना उनका,


मुझे नींद में से जगाना उनका,


मेरे चेहरे पे अपनी जुल्फों का गिराना उनका,


अपनी खुशबू से मेरे वजूद को महकाना उनका,


वो चलना मेरे साथ उस रस्ते पे जिसकी कोई मंज़िल नही,


वो बैठ जाना किसी वीराने में मेरे साथ उनका,


और


वो तन्हाईयों को महफिल बनाना उनका।



जब -जब जागे हम नींद से आँखें मलके,


ढूँढा उन्हें तो उनका कोई निशाँ न मिला,


वो आते नहीं अब हमसे मिलने जागते हुए,


ग़र वो कह दें कि सिर्फ़ ख़्वाबों में ही मिलने आएंगे,


तो क्या ज़रूरत है मुझे जगने की ,


हम भी हमेशा के लिए सो जायेंगे॥


Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...

My page Visitors

A visitor from Delhi viewed 'लेखनी...' 3 days 7 hrs ago
A visitor from Indiana viewed 'लेखनी...' 12 days 17 hrs ago
A visitor from Suffern viewed 'लेखनी...' 13 days 2 hrs ago
A visitor from Columbus viewed 'लेखनी...' 15 days 16 hrs ago
A visitor from Louangphrabang viewed 'लेखनी...' 1 month 3 days ago
A visitor from Boardman viewed 'लेखनी...' 1 month 18 days ago
A visitor from Las vegas viewed 'लेखनी...' 1 month 19 days ago