वाह वाह क्या बात है! बहुत खूब! इस बेहतरीन रचना के लिए ढेर सारी बधाइयाँ! मेरे नए ब्लॉग पर आपका स्वागत है - http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com
सही है भाई आप याद करते रहो .....आपके जिन्दगी की कविताओ से हमे रुबरु करवाते रहो......और खुब्सूरत होते है दिल के एहसास .......जब बात दिल से निकलती है न तो दूर तलक जाती है ........अतिसुन्दर .....बहुत ही खुब
जब भी तुम्हे लिखता हूँ, तुम किसी की कहानी बन जाती हो। जब भी तुम्हें सुनता हूँ, तुम किसी की ज़ुबानी बन जाती हो। जब भी तुम्हें पढ़ता हूँ, तुम किसी की यादें बन जाती हो। जब भी तुम्हें याद करता हूँ, तुम कविता बन जाती हो॥
दिल से कही गई सीधी-सच्ची बात.. मन को बहुत भायी !!!!
पेशे से प्रवक्ता और अपना व्यापार. मैंने गोरखपुर विश्वविद्यालय से एम्.कॉम व डॉ. राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय,फैजाबाद से एम्.ए.(अर्थशास्त्र) तथा पूर्वांचल विश्वविद्यालय से पी.एच.डी. की उपाधि ली है. I.G.N.O.U. से सन २००५ में PGJMC किया और सन् 2007 में MBA किया. पूर्णकालिक रूप से अपना व्यापार भी देख रहा हूं व शौकिया तौर पर कई कालेजों में भी अतिथि प्रवक्ता के रूप में अपनी सेवाएं देता हूं. पढ़ना और पढ़ाना मेरा शौक़ है. अंग्रेज़ी में मुझे मेरी कविता 'For a missing child' के लिए अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है. मेरी अंग्रेजी कविताओं का संकलन 'Eternal Portraits' के नाम से बाज़ार में उपलब्ध है,जो की Penguin Publishers द्वारा प्रकाशित है. अंग्रेजी में मैंने अब तक क़रीब 2600 कविताएं लिखी हैं. हंस, वागर्थ, कादम्बिनी से होते हुए ...अंतर्राष्ट्रीय हिंदी मासिक पत्रिका 'पुरवाई' जो की लन्दन से प्रकाशित होती है ...में प्रकाशित हुआ, तबसे हिंदी का सफ़र जारी है... मेरी हिंदी कविताओं का संकलन 'सूखी बारिश' जो की सन् 2006 में मुदित प्रकाशन से प्रकाशित है... मैं करता हूं कि मेरा ब्लॉग मेरे पाठकों को ज़रूर अच्छा लगेगा... आपकी टिप्पणियां मेरा हौसला बढ़ाती हैं. इसलिए मेरी रचनाएं पढ़ने के बाद अपनी अमूल्य टिप्पणी ज़रूर दें.मेरा प्रमुख ब्लॉग 'लेखनी’ है.
Dreaming an old dream.......
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As an ever flowing silver stream
This in my heart this is a dream
A dream of long ago ever shining bright this in my heart
The dream of long ago will alwa...
My new doggie
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*Rex: My new doggie............I have got a dear and treasured friend, you
may be know him tooMore humble, meek, and gentle heof human beings (Dogs) I
ev...
13 टिप्पणियाँ:
मैं कोमल कुमुदनी सी दिख तो रही हूँ,
पवन बन जो आओ महक जाऊँगी मैं,
कभी भीगें नैना और बिखरे जो काजल,
मधुर हास देना ,बदल जाऊँगी मैं.
waah bahut sunder ehsaas.
याद करते रहिये -- हमे कविता तो मिलती रहेगी.
सुन्दर एहसास्
जब भी तुम्हें याद करता हूँ,
तुम कविता बन जाती हो॥ boht khoobsurat...
वाह वाह क्या बात है! बहुत खूब! इस बेहतरीन रचना के लिए ढेर सारी बधाइयाँ!
मेरे नए ब्लॉग पर आपका स्वागत है -
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जब भी तुम्हें याद करता हूँ,
तुम कविता बन जाती हो॥
durust farmaya ..yade hee kavita kahani main dhal jati hain ...
bahut hi bhaw bheene ehsaas
सही है भाई आप याद करते रहो .....आपके जिन्दगी की कविताओ से हमे रुबरु करवाते रहो......और खुब्सूरत होते है दिल के एहसास .......जब बात दिल से निकलती है न तो दूर तलक जाती है ........अतिसुन्दर .....बहुत ही खुब
जब भी तुम्हे लिखता हूँ,
तुम किसी की कहानी बन जाती हो।
जब भी तुम्हें सुनता हूँ,
तुम किसी की ज़ुबानी बन जाती हो।
जब भी तुम्हें पढ़ता हूँ,
तुम किसी की यादें बन जाती हो।
जब भी तुम्हें याद करता हूँ,
तुम कविता बन जाती हो॥
दिल से कही गई सीधी-सच्ची बात..
मन को बहुत भायी !!!!
वाह ! बहुत खूबसूरत
जब भी तुम्हें याद करता हूँ,
तुम कविता बन जाती हो॥
यादे ही तो कविता बनती और बनाती है......खुबसूरत पंक्तियाँ"
regards
sach kaha hai aap ne
yahi to prem hai har jagha har taraf bas unhi ki anubhooti
जब भी तुम्हें याद करता हूँ,
तुम कविता बन जाती हो॥
यादे ही तो कविता बनती और बनाती है......खुबसूरत पंक्तियाँ"
SANJAY BHASKAR
बेहतरीन रचना के लिए ढेर सारी बधाइयाँ
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