सोमवार, 14 सितंबर 2009
मुझे बचाओ.....मैं हिन्दी हूँ....मैं गिर गई हूँ.....
शनिवार, 12 सितंबर 2009
शब्द खो गए हैं......... ढूंढ दे कोई..

गुरुवार, 10 सितंबर 2009
काश! कोई तो समझ पाता मेरे दिल के हालात् !

तुम्हारे न होने से ,
काटने को दौडे यह चांदनी,
रो पड़ता हूं कभी कभी ,
जब आती हैं यादें पुरानी
दिल तो रो रहा है,
पर आँसू बहते ही नहीं ,
शायद वे भी समझ न सके ,
मेरे दिल के हालात् ॥
बंद करता है 'महफूज़ '
अपनी कलम अब यहीँ,
कोई पैगाम हो तो भेजना,
ग़र समझ सको तो समझ लेना,
मेरे दिल के हालात् ॥ ॥ ॥
महफूज़ अली
मंगलवार, 8 सितंबर 2009
हम भी हमेशा के लिए सो जायेंगे! ! ! ! ! ! !

ख़्वाबों की दुनिया में जीना कितना अच्छा लगता है,
होता है वहाँ बिल्कुल वैसा जैसा कि
हम सोचते हैं।
मेरे ख्वाबों में वो आना उनका,
मुझे नींद में से जगाना उनका,
मेरे चेहरे पे अपनी जुल्फों का गिराना उनका,
अपनी खुशबू से मेरे वजूद को महकाना उनका,
वो चलना मेरे साथ उस रस्ते पे जिसकी कोई मंज़िल नही,
वो बैठ जाना किसी वीराने में मेरे साथ उनका,
और
वो तन्हाईयों को महफिल बनाना उनका।
जब -जब जागे हम नींद से आँखें मलके,
ढूँढा उन्हें तो उनका कोई निशाँ न मिला,
वो आते नहीं अब हमसे मिलने जागते हुए,
ग़र वो कह दें कि सिर्फ़ ख़्वाबों में ही मिलने आएंगे,
तो क्या ज़रूरत है मुझे जगने की ,
हम भी हमेशा के लिए सो जायेंगे॥
रविवार, 6 सितंबर 2009
आईये जानें क्लीन चिट (Clean Chit) और क्लीन शीट (Clean Sheet) की रहस्यमय गाथा....?
आईये, आज मैं आप लोगों को फिर एक नई चीज़, एक शब्द के इतिहास से रूबरू करा रहा हूँ। मेरा, यह लेख पढ़कर आप लोगों के समझ में आ जाएगा की हम भारतीय कितने बड़े और ज़रूरत से ज़्यादा अंग्रेज्दा हैं। बेचारे , अँगरेज़ भी हमारी अंग्रेज़ी देख, सुन और पढ़कर अपना सर फोड़ते होंगे या फिर बेचारे दिन में तीन बार आत्महत्या तो ज़रूर करते होंगे।
जिस शब्द को आपसे रूबरू कराने जा रहा हूँ, वो शब्द इतना कॉमन है जितना की पानी या फिर बाबू शब्द। आप लोग उस शब्द से रोज़ाना रूबरू होतें हैं, देखते हैं,पढ़ते हैं और सुनते हैं। जिस शब्द का इतिहास और उदय आपको बताने जा रहा हूँ वो अंग्रेज़ी का ही शब्द है जिसे बड़े-बड़े अंग्रेज़ी के अख़बार और पत्रिकाएं जैसे TIMES OF INDIA, HINDUSTAN TIMES, INDIAN EXPRESS, THE HINDU, THE PIONEER, THE WEEK, HITAVADA, INDIA TODAY, OUTLOOK OR WISDOM भी अपने लेख व समाचारों में ग़लत प्रकाशित करते हैं। कई सरकारी व संवैधानिक आदेश भी उस शब्द को ग़लत लिखते हैं। वो शब्द हमारी गुलामी की मानसिकता को ही इंगित करते हैं। और ख़ुद कई भारतीय अंग्रेज़ी विद्वानों को उस शब्द का मतलब नही पता है। बस, बोलने और लिखने के लिए आए दिन उसका प्रयोग होता है, जो की पूरी तरह से ग़लत है।
आप लोगों ने CLEAN CHIT नाम का शब्द ज़रूर सुना होगा। अंग्रेज़ी और हिन्दी अखबारों, पत्रिकाओं , टी.वी . , सरकारी व संवैधानिक आदेशों में इस शब्द का धड़ल्ले से प्रयोग होता है। लेकिन, क्या कभी इस शब्द को किसी DICTIONARY या ENCYCLOPEDIA में देखा या खोजा है आपने? और अगर देखा है या खोजा है तो दावे के साथ कह सकता हूँ कि नहीं मिला होगा. और न ही कभी मिलेगा। यह CLEAN CHIT शब्द सिर्फ़ भारत में ही पाया जाता है, और सिर्फ़ भारतीय ही इसका प्रयोग कर सकते हैं, अगर कोई अँगरेज़ अपने देश में बोलेगा इस शब्द को तो लोग उसका इतना मजाक उड़ा देंगे कि बेचारे को कटोरे में पानी लेके डूब मरना होगा। यह शब्द कभी भी आपको BRITAIN, US और कुछ EUROPEAN देशों में नहीं मिलेगा, बाकी जो EUROPEAN COUNTRIES हैं उनकी भाषा अंग्रेज़ी है ही नही।
इस शब्द का इतिहास ज़्यादा पुराना नही है, यह भी २०० साल ही पुराना है, और न ही यह अंग्रेज़ों की देन है।इस शब्द में हमारी गुलामों वाली मानसिकता ही है....... और हम आज भी गुलाम ही हैं..... अगर हम इस शब्द का प्रयोग कर रहे हैं तो........
आगे बढ़ने से पहले आपको CLEAN CHIT का मतलब बता दूँ.......
CLEAN CHIT का मतलब है:--
- किसी को साफ़ सुथरे तरीके से बाइज्ज़त बरी करना।
- दोषमुक्त करना
- मतलब दामन पे जो दाग़ लगा था उस दाग़ को पूरी तरह इज्ज़त और सम्मान के साथ धोते हुए विदा करना।
CLEAN का मतलब तो आप सब लोग जानते ही होंगे।
आईये, अब CHIT का मतलब जानें:-----
- खरीदे हुए सामान के पैसों का विवरण।( A STATEMENT OF AN AMOUNT FOR COMMODITIES )
- एक छोटा पत्र ।(A SHORT LETTER)
- लॉटरी सिस्टम। (THE LOTTERY SYSTEM)
दरअसल CLEAN CHIT नाम का कोई शब्द है ही नही। सही शब्द है CLEAN SHEET.........
CLEAN SHEET माने कोरे कागज़ का टुकडा या फिर कोई कपड़ा जिस पर कोई दाग़ नहीं लगा है। अब आईये मुद्दे की बात पर..... बात यह है की अंग्रेज़ों के ज़माने में जब कोई भी बात या घटना होती थी, और दोषी व्यक्ति को जब बाइज्ज़त बरी कर दिया जाता था, तो अँगरेज़ जज व अधिकारी अपनी पत्रावली व आदेश में CLEAN SHEET शब्द का इस्तेमाल करते थे, जो की हम भारतियों को समझ में आता था की वो अँगरेज़ CLEAN CHIT बोल रहे हैं क्यूंकि अँगरेज़ जब बोलते हैं तो तेज़ और होठों को कुछ इस तरह घुमा के बोलते हैं की उनकी भाषा हम भारतियों के समझ में नही आती थी और न ही आज आती है......
तो CLEAN SHEET को हम भारतीय CLEAN CHIT समझते और सुनते थे। जो की आगे चल कर हमारे संवैधानिक, सरकारी व आम बोल-चाल में शामिल हो गया .......
पर गौर करने वाली बात यह है की हिंदुस्तान के बड़े-बड़े अंग्रेज़ी अख़बार व पत्रिकाएं जिनमें से कुछ तो २०० साल से भी ज़्यादा पुराने हैं..... और जहाँ अंग्रेज़ी के तथाकथित विद्वान् (SEMI-LITERATE) किस्म के लोग बैठे हुए अख़बार संभाल रहे हैं वो भी CLEAN CHIT का ही इस्तेमाल करके अपने आज भी गुलाम होने का एहसास करा रहे हैं...... क्या उन लोगों ने नही सोचा इस CLEAN CHIT के बारे में.....? है न आश्चर्य की बात ? अरे ! महानुभावों और भाई लोगों, इतने बड़े अँगरेज़ हो तो CLEAN SHEET लिखो न , CLEAN CHIT क्यूँ लिखते हो? क्यूँ सदिओं से हमें और आने वाली नस्लों को गुमराह कर रहे हो?
बेचारा , LORD MACAULAY तुम लोगों का CLEAN SHEET को CLEAN CHIT लिखा देख लेता आज तो पंखे में सुतली (एक प्रकार का धागा जो की बोरा सिलने के काम आता है ) टांग के आत्महत्या कर लेता की यह क्या दे दिया उसने हिंदुस्तान को?
अरे भाई ! अंग्रेज़ी के अख़बार हो, तो सही अंग्रेज़ी लिखो न, सही शब्द CLEAN SHEET है न कि CLEAN CHIT.
लगे हाथों CLEAN SHEET का मतलब एक बार फिर जान लीजिये ...
CLEAN SHEET का मतलब होता है:---
- आपके ख़िलाफ़ अब कोई दाग़ नही है। (THERE ARE NO BAD MARKS AGAINST YOU.)
- बाइज्ज़त बरी। (EXCULPATED)
- आपका कागज़ साफ़ सुथरा है ।
- किसी को साफ़ सुथरे तरीके से बाइज्ज़त बरी करना।
- दोषमुक्त करना
- मतलब दामन पे जो दाग़ लगा था उस दाग़ को पूरी तरह इज्ज़त और सम्मान के साथ धोते हुए विदा करना।
तो भईया अंग्रेज़ी दानों ..... अब से CLEAN CHIT को CLEAN SHEET ही लिखना ....... CLEAN CHEAT मत लिख देना भाई........
Disclaimer: प्रस्तुत लेख तथ्य-परक है....)
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मेरे बारे में
- डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)
- पेशे से प्रवक्ता और अपना व्यापार. मैंने गोरखपुर विश्वविद्यालय से एम्.कॉम व डॉ. राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय,फैजाबाद से एम्.ए.(अर्थशास्त्र) तथा पूर्वांचल विश्वविद्यालय से पी.एच.डी. की उपाधि ली है. I.G.N.O.U. से सन २००५ में PGJMC किया और सन् 2007 में MBA किया. पूर्णकालिक रूप से अपना व्यापार भी देख रहा हूं व शौकिया तौर पर कई कालेजों में भी अतिथि प्रवक्ता के रूप में अपनी सेवाएं देता हूं. पढ़ना और पढ़ाना मेरा शौक़ है. अंग्रेज़ी में मुझे मेरी कविता 'For a missing child' के लिए अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है. मेरी अंग्रेजी कविताओं का संकलन 'Eternal Portraits' के नाम से बाज़ार में उपलब्ध है,जो की Penguin Publishers द्वारा प्रकाशित है. अंग्रेजी में मैंने अब तक क़रीब 2600 कविताएं लिखी हैं. हंस, वागर्थ, कादम्बिनी से होते हुए ...अंतर्राष्ट्रीय हिंदी मासिक पत्रिका 'पुरवाई' जो की लन्दन से प्रकाशित होती है ...में प्रकाशित हुआ, तबसे हिंदी का सफ़र जारी है... मेरी हिंदी कविताओं का संकलन 'सूखी बारिश' जो की सन् 2006 में मुदित प्रकाशन से प्रकाशित है... मैं करता हूं कि मेरा ब्लॉग मेरे पाठकों को ज़रूर अच्छा लगेगा... आपकी टिप्पणियां मेरा हौसला बढ़ाती हैं. इसलिए मेरी रचनाएं पढ़ने के बाद अपनी अमूल्य टिप्पणी ज़रूर दें.मेरा प्रमुख ब्लॉग 'लेखनी’ है.
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