जाने क्या क्या तलाश करता हूँ,
जब भी बाज़ार से गुज़रता हूँ ,
मैं कोई पीर नहीं
आदमी हूँ , गुनाह करता हूँ।
लोग डरते हैं मौत से
'महफूज़ ' मैं ज़िन्दगी से डरता हूँ॥
महफूज़ अली
Kashmir: Kherishu in Land of turbulence... Welcoming, Courtship,
Honeymooning and Varishu
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*"Welcome* *to Kashmir*" this I had a warm welcome by CRPF constable Mangal
Singh at Srinagar airport exit gate last year. It was my first visit to the
Sta...
3 टिप्पणियाँ:
اِتنے بیہترین خ یالات کو آپنے کوئی نام کیوں ن دِیا، میرے بھائی ؟
मैं कोई पीर नहीं
आदमी हूँ , गुनाह करता हूँ।
लोग डरते हैं मौत से
'महफूज़ ' मैं ज़िन्दगी से डरता हूँ॥
बहुत खूब.....स्वागत है आपका......!!
well said...main zindgee se darta hun....
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