कुछ रिश्ते ऐसे भी हैं जो जन्म से लेकर
बचपन जवानी - बुढ़ापे से गुजरते हुए,
गरिमा से जीते हुए महान महिमाय हो जाते हैं !
ऐसे रिश्ते सदियों में नजर आते हैं !
जब कभी सच्चा रिश्ता नजर आया है आसमान में ईद का चाँद मुस्कराया है!
या सूरज रात में ही निकल आया है!
ईद का चाँद रोज नहीं दिखता,
इन्द्रधनुष भी कभी-कभी खिलता है!
इसलिए शायद - प्यारा खरा रिश्ता सदियों में दिखता है,
मुश्किल से मिलता है पर, दिखता है, मिलता है,
यही क्या कम है ॥ !!!
Kashmir: Kherishu in Land of turbulence... Welcoming, Courtship,
Honeymooning and Varishu
-
*"Welcome* *to Kashmir*" this I had a warm welcome by CRPF constable Mangal
Singh at Srinagar airport exit gate last year. It was my first visit to the
Sta...