उस गीत पर एक ज़ोरदार
ठुमके लगाती एक हसीन डांसर
कोई होंठों से अपनी
बत्तीसी दबाये हसीना
के हर ठुमके को निहार रहा है,
तो कोई ताल मिलाने की कोशिश
कर रहा है।
किसी की इस हसीना के लिए कुछ
ज़्यादा ही 'दिलदारी' है,
इसलिए अपने घर के
ज़रूरी खर्चे को रोक कर
हसीना पर नोट लुटा रहा है॥
महफूज़ अली